ना-हक़ = अकारण, बेसबब, बिना बजह; व्यर्थ में; बेमतलब।
‘उम्दा = बढ़िया, प्रशंसनीय, उत्तम, श्रेष्ठ, सुन्दर, मनोरम, विश्वासपात्र, अच्छा
बा’इस = कारण, हेतु, सबब, मूल कारण, निमित्त
संतोष खिरवड़कर टैग : दोस्त शेयर कीजिए
दिलेर = बहादुर, साहसी, उत्साही, निर्भीक, हौसलामंद, अभय, निडर
यीशु कैसा दोस्त प्यारा दुःख और बोझ उठाने को क्या ही 'उम्दा वक़्त हमारा बाप के पास अब जाने को आह!
क्या ही उम्दा वक्त हमारा, बाप के पास अब जाने को,
बाक़र मेहदी टैग : दुश्मन शेयर कीजिए
साक़ी फ़ारुक़ी टैग : दुश्मन check here शेयर कीजिए
ठोकरें खा कर तो सुनते हैं सँभल जाते हैं लोग
ये मुतालबा है हक़ का कोई इल्तिजा नहीं है
सदा अम्बालवी टैग : दोस्त शेयर कीजिए
मुझे दोस्त कहने वाले ज़रा दोस्ती निभा दे
इम्दाद इमाम असर टैग : दुश्मन शेयर कीजिए
ये कहाँ की दोस्ती है कि बने हैं दोस्त नासेह
हम राहत अक्सर खोते नाहक गम उठाते हैं ये ही बा'इस है यकीनन बाप के पास न जाते हैं
अहमद फ़राज़ टैग : अम्न शेयर कीजिए